राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं को चुनाव में धर्म के बारे में बात करने के बजाय राज्य सरकार के काम पर बोलने की चुनौती दी। उन्होंने भाजपा नेताओं पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस विकास एवं जनकल्याण के मुद्दे पर चुनावी मैदान में हैं।
उन्होंने कहा, “भाजपा नेता आते हैं और धर्म के नाम पर अपने भाषणों में उत्तेजक बातें कहते हैं। वे धर्म के नाम पर अपना एजेंडा थोपते हैं जो अच्छी परंपरा नहीं है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे धर्म के नाम पर राजनीति करने के बजाय हमारी योजनाओं और कार्यक्रमों, सरकार के कामकाज पर बोलें।” गहलोत ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और अन्य नेता चुनाव प्रचार के लिए आएंगे। भाजपा नेता केवल लोगों को भड़काने का काम करेंगे।”
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमने महत्वपूर्ण कानून बनाए, महंगाई राहत शिविरों में दस गारंटी दी, हमारा कोरोना प्रबंधन उत्कृष्ट था, राजस्थान आर्थिक विकास में उत्तर भारत में पहले और देश में दूसरे स्थान पर है। हमने पांच साल में अच्छा शासन दिया। विकास हमारा एजेंडा है और हम इसी पर चुनाव लड़ रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने अल्बर्ट हॉल में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद कहा , ”मैं भाजपा नेताओं को चुनौती देता हूं कि वे हमारी योजनाओं, कार्यक्रमों और राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में बात करें। अगर उनके पास हमारे विकास कार्यों पर आलोचना करने के लिए कुछ है, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए.. लेकिन उत्तेजक बातें करना अच्छी बात नहीं है।”
गहलोत ने नेहरू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि नेहरू एक दूरदर्शी नेता थे और युवा पीढ़ी को उनके एंव देश के विकास में उनके योगदान के बारे में पढ़ना चाहिए।