कुछ महीने बाद देश में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमें से एक असम भी है। लिहाजा कांग्रेस इस सूबे में जीत के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस 5 अन्य पार्टियों के साथ मैदान में उतरेगी। कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अलावा पांच अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन की घोषणा की है।
कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए एक महागठबंधन बना रहे हैं, जिसमें इन दोनों के अलावा 4 लेफ्ट पार्टियां भी होंगी। गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस, एआईयूडीएफ, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई (एमएल) और आंचलिक गण मोर्चा के नेताओं ने घोषणा की कि सभी 6 दलों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।
इन नेताओं ने अन्य भाजपा विरोधी पार्टियों से अपील की कि सत्तारूढ़ भाजपा को हराने के लिए साथ आएं और महागठबंधन में शामिल हों। समान विचारधारा वाली सभी पार्टियों के लिए गठबंधन के दरवाजे खुले हैं।
बता दें कि 2021 में देश के 5 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं जिनमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी और असम शामिल हैं। इन राज्यों में राजनीतिके उठापटक अभी से शुरू हो गई है। असम में 2016 में विधानसभा चुनाव हुए थे जिसमें भाजपा ने कांग्रेस को हराकर सत्ता कब्जाई थी और सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री बने थे। इस दौरान बीजेपी ने 126 में 60 सीटें जीती थीं। बीजेपी की सहयोगी असम गण परिषद ने 14 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने 12 सीटें हासिल की थीं। विपक्षी कांग्रेस को मात्र 26 सीटें मिली थीं जबकि बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ को 13 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई(एमएल) का खाता भी नहीं खुल सका था।