मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य का सबसे बड़ा पंचायत विधानसभा होता है। यहां सिर्फ आमजन ही नहीं बल्कि इस राज्य के जल, जंगल और जमीन के लिए भी महापंचायत लगती है। यहां से नीतियां बनती है। आम लोगों के साथ-साथ जीव जंतुओं के लिए भी विचार विमर्श होता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी महत्ता क्या है। इस महापंचायत में विधायकों की अहम भूमिका होती है। हजारों लाखों लोग आशा और उम्मीद के साथ अपना जनप्रतिनिधि भेजते हैं। हर हाल में लोकतंत्र की इस महापंचायत को टूटने और नुकसान से बचाना होगा। इसकी जड़ों को और मजबूत करते हुए बाबा भीमराव अंबेडकर के संविधान, जिसको लेकर हम यहां तक आए हैं, उसको और आगे लेकर जाना है। मुख्यमंत्री सोरेन झारखण्ड विधानसभा परिसर में आयोजित झारखण्ड विधानसभा की 23वीं वर्षगांठ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा सही तरीके से महापंचायत में पंचायती हो, इसके लिए पक्ष और विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस दौरान मंच पर मंच पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष समेत कई लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी के 75वें वर्ष और झारखण्ड अलग राज्य के 23वें वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे में अगर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय के लोकतंत्र को देखें तो इसमें बहुत बदलाव हुए हैं। इस क्रम में हमने क्या खोया, क्या पाया। यह भी देखना होगा।
इन्हें मिला सम्मान
समारोह में मनिका विधायक रामचंद्र सिंह को उत्कृष्ट विधायक 2023 के सम्मान से सम्मानित किया गया। इनके अतिरिक्त विधानसभा के उत्कृष्ट कर्मियों, देश की सीमा पर एवं नक्सल अभियान में शहीद हुए तथा शांतिकाल में वीरता पदक प्राप्त झारखण्ड राज्य के बहादुर पुलिस कर्मियों एवं सैनिकों, झारखण्ड राज्य के खिलाड़ियों, झारखण्ड राज्य के 10वीं एवं 12वीं एवं अन्य शैक्षणिक संस्थान के टॉपर छात्र/छात्राओं, सामाजिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान देने वाले राष्ट्रपति पदक से सम्मानित व्यक्तियों एवं मिशन चन्द्रयान-3 में सम्मिलित झारखण्ड राज्य के वैज्ञानिकों को राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री ने शॉल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर त्रैमासिक पत्रिका उड़ान एवं अन्य पुस्तक का विमोचन भी हुआ।
एक साथ मिलकर काम करना होगाः राज्यपाल
इस मौके पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने झारखंड के गठन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नये विधानसभा भवन का उद्घाटन करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। कहा कि सदन में हम सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। विकास पर फोकस करना चाहिए। झारखंड के मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष दोनों युवा शक्ति के प्रतीक हैं और बहुत ही ऊर्जावान हैं। इनसे बेहतर काम की अपेक्षा है। राज्य का विकास हो, जनता को योजनाओं का लाभ मिल सके इसके लि सभी को संवेदनशीलता के साथ सक्रिय होना होगा। मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबिंद्रनाथ महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत बिरसा मुंडा के गांव उलिहातु से की यह हमारे लिए गर्व की बात है। विकसित भारत के लिये संघवाद और संसदीय लोकतंत्र का ध्यान रखा जाना जरूरी है। जरूरी है कि सरकार भी जनता की आवाज के प्रति जवाबदेह बने। बहुमत के आधार पर जीतकर सरकार जनता के सवाल से मुंह नहीं मोड़ सकती है। पिछले चार सालों में इस विधानसभा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये जिसमें सरना धर्म कोड, आरक्षण संशोधन विधेयक 2022, झारखंडी स्थानीय व्यक्तियों की परिभाषा और परिणामी संस्कृति और अन्य लाभों को स्थानीय व्यक्तियों तक विस्तारित करने के लिये विधेयक और नियोजन कानून है. ये ऐसे विधेयक रहे है जिनमें पक्ष और विपक्ष का अंतर मिट गया था। इन्हें जल्द कानूनी स्वरूप मिलना चाहिए। समारोह में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, राज्यसभा सदस्य महुआ माजी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी सहित बड़ी संख्या में विधायक आदि मौजूद थे।