उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव का जाति जनगणना पर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने घोषणा की है कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी तो वह बिना देर किए जाति जनगणना का आदेश देंगे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ कैबिनेट से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद रविवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
चौहान के अलावा, प्रतापगढ़ जिले के विश्वनाथगंज विधानसभा क्षेत्र के अपना दल (सोनेलाल) विधायक आर के वर्मा भी अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए, जो राज्य में भाजपा के लिए मुख्य चुनौती बनकर उभरी है।
वहीं शुक्रवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी, पांच भाजपा विधायक और अपना दल (सोनेलाल) के एक विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।
रविवार को समाजवादी पार्टी में शामिल होने के दौरान, चौहान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "जब भाजपा ने 2017 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई, तो उसने 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा दिया ... (विकास) कुछ मुट्ठी भर लोगों का किया गया और बाकी को उनके भाग्य पर छोड़ दिया गया।"
उन्होंने समाजवादी पार्टी को अपना "पुराना घर" करार देते हुए कहा, "हम उत्तर प्रदेश की राजनीति को बदल देंगे, और अखिलेश यादव को एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाएंगे।"
वहीं सपा प्रमुख ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि डबल इंजन की सरकार के इंजन एक दूसरे से टकरा रहे हैं। दिल्ली और लखनऊ वाले एक दूसरे के इंजन के पहिये खोल रहे हैं, लेकिन इस लड़ाई में जो विदाई हुई है गोरखपुर के लिए मैं बधाई देता हूं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने तस्वीरें देखीं कि कैसे वह (योगी आदित्यनाथ) बे-मन से खिचड़ी खा रहे थे... यह लोग वोट के लिए खिचड़ी खा रहे हैं । हर वर्ग के लोग समझ गए हैं कि यह वोट के लिए सब कुछ कर रहे हैं। सब साथ आएं और भाजपा की जमानत जब्त कराएं।'