पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य द्वारा पद्म पुरस्कार लेने से इनकार करने के तुरंत बाद, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। दरअसल आजाद को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है।
भट्टाचार्य द्वारा पद्म पुरस्कार से इनकार करने के बाद रमेश ने ट्विटर पर कहा, "सही कदम उठाया है। वह गुलाम नहीं आजाद बनना चाहते हैं।"
वयोवृद्ध कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद जो जी 23 के समूह का हिस्सा हैं और पार्टी नेतृत्व के आलोचक रहे हैं उनको भी सार्वजनिक मामलों में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
यह घोषणा किए जाने के बाद कि भट्टाचार्य को देश के तीसरे सर्वोच्च पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है, अनुभवी माकपा नेता ने कहा कि वह इसे अस्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, "मैं इस पुरस्कार के बारे में कुछ नहीं जानता। किसी ने मुझे इसके बारे में कुछ नहीं बताया। अगर उन्होंने मुझे पद्म भूषण देने का फैसला किया है, तो मैं इसे स्वीकार करने से इनकार करता हूं।"
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीमार बुद्धदेव भट्टाचार्य की पत्नी को उनके नाम की घोषणा करने से पहले उन्हें पद्म भूषण देने के सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया और उनके परिवार के किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं की।