लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में बगावत का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते महीने में पार्टी के करीब 27 नेताओं ने एक साथ इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को अपना समर्थन दिया था। वहीं अब पार्टी के लगभग पांच दर्जन नेता 18 फरवरी का एक साथ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में शामिल होंगे। इतना ही नहीं ये बागी नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा भी करेंगे।
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक लोजपा के बागी नेता केशव सिंह के आवास पर दीनानाथ क्रांति की अध्यक्षता में पार्टी के बागियों की बैठक हुई, जिसमें लगभग 5 दर्जन नेताओं ने जेडीयू में शामिल होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्थन देने का फैसला किया। केशव सिंह ने बताया कि ये नेता 18 फरवरी को जेडीयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
लोजपा के बागी नेताओं ने न सिर्फ पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया है बल्कि पार्टी पर धोखाधड़ी का मुकदमा करने का भी फैसला किया गया। बागियों का आरोप है कि चिराग ने झूठ का सहारा लेकर 94 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं को ठगा। फरवरी 2019 में 25 हजार सदस्य बनाने वालों को ही विधानसभा चुनाव का टिकट देने का ऐलान किया, मगर बड़ी राशि वसूलने के बाद उन्हें टिकट नहीं दिया गया। पैसे लेकर के लिए एनडीए से बाहर जाकर ऐसे-ऐसे लोगों को टिकट दिए गए, जिन्होंने न तो पार्टी के लिए सदस्यता अभियान चलाया, न ही उसमें शिरकत की। बैठक में लिए निर्णय के मुताबिक बागी नेता केशव सिंह, रामनाथ रमण, कौशल किशोर सिंह और दीनानाथ क्रांति भारतीय दंड विधान (आईपीसी) की धारा 420, 406 व 409 के तहत चिराग पासवान पर अलग-अलग मुकदमा दर्ज करेंगे।