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नीतीश मंत्रिमंडल का शपथग्रहण: तेज प्रताप समेत 31 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

बिहार के राजभवन परिसर में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। भाजपा का दामन छोड़ तेजस्वी यादव के...
नीतीश मंत्रिमंडल का शपथग्रहण: तेज प्रताप समेत 31 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

बिहार के राजभवन परिसर में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। भाजपा का दामन छोड़ तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन करने वाले नीतीश सरकार के नए मंत्रियों ने राजभवन में शपथ ली। मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव द्वारा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक हफ्ते बाद आज कैबिनेट का विस्तार हुआ है। सबसे अधिक मंत्री राजद के बने हैं और कुल 31 मंत्रियों ने आज शपथ लिया है।तेजप्रताप को एक बार फिर से मंत्री का पद मिला है।

जेडीयू से विजय कुमार चौधरी मंत्री बन गए हैं। चौधरी पहले भी पूर्व सरकार में शिक्षा मंत्री थे। बिजेंद्र यादव ने भी शपथ ले ली है। यह सुपौल से विधायक हैं। आलोक मेहता ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है। आलोक उजियारपुर से सासंद और बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। आलोक मेहता पर 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है। कांग्रेस से आफाक आलम मंत्री बन गए हैं।

राजभवन में होने वाले समारोह में एक साथ पांच पांच विधायकों को शपथ दलवाई गई। दूसरे राउंड में अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, सुरेंद्र यादव, लेशी सिंह और रामानंद यादव ने शपथ ली है।

पीटीआई के मुताबिक, आज आरजेडी कोटे से 16 मंत्री शपथ लिया है। वहीं, जेडीयू के 11 और कांग्रेस के दो मंत्री शपथ लिया। हम के एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक को भी मंत्री बनाया जाएगा। इस तरह कुल 31 मंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल हुए।

आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने एक सवाल पर कि क्या 2024 के चुनाव में फैसला लेते समय ध्यान रखा गया? इस पर कहा कि यह पूरा महागठबंधन, और अब नीतीश कुमार (गठबंधन में) आ गए हैं, इसलिए 2024 का नक्शा काफी हद तक साफ है।

जेडीयू कोटे से मंत्री बनने से पहले लेशी सिंह का बयान आया। उन्होंने मंत्रिमंडल में जगह मिलने पर सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया और कहा कि महागठबंधन सरकार अच्छी चलेगी। विकास की गति बढ़ेगी और मजबूती से काम होगा।

बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार ने नौ अगस्त को राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (एनडीए) से अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में उन्हें आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन ने अपना नेता चुन लिया था। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उनका दावा था कि उन्हें सलात दलों के 164 विधायकों का समर्थन हासिल है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी के हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) ने भी नीतीश कुमार को समर्थन दिया है। उसके चार विधायक हैं। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 10 अगस्त को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

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