भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की एजेंसियों द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में नालों की सफाई में घोटाले का आरोप लगाया और इसकी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया, “आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का भ्रष्टाचार तथा लूट ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के भूमिगत तल में बाढ़ के पानी में तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत और शहर में बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं के लिए जिम्मेदार है।’’
भाजपा के आरोपों पर आम आदमी पार्टी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। सचदेवा ने कहा कि 2022-23 में दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण (आईएंडएफसी) विभाग, लोक निर्माण विभाग (लोनिव), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने नालों से क्रमशः तीन लाख मीट्रिक टन, दो लाख मीट्रिक टन, दो लाख मीट्रिक टन और 40 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली है।
सचदेवा ने सवाल किया, ‘‘इस अनुमान के अनुसार 2024 में इन एजेंसियों को नालों से लगभग आठ से नौ लाख मीट्रिक टन गाद उठानी चाहिए थी। मैं दिल्ली के मंत्रियों आतिशी, सौरभ भारद्वाज और एमसीडी महापौर शेली ओबेरॉय से पूछना चाहता हूं कि अगर इस साल नालों की सफाई की तो निकाली गई गाद कहां गई।’’
उन्होंने दावा किया कि नालों से निकाली गई गाद से लदे ट्रकों के नरेला के सिंघोला डंपिंग जोन या शहर के तीन लैंडफिल स्थलों तक पहुंचने का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘नालों की सफाई के काम में सैकड़ों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।’’ उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग की।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि करोड़ों रुपये की इस ‘‘लूट’’ के कारण पूरा शहर ‘‘अस्त-व्यस्त’’ है। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और आप सरकार की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।