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राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गंदी राजनीति कर रही है भाजपा : टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को भाजपा पर आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर 'गंदी राजनीति' करने का आरोप लगाया है।...
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गंदी राजनीति कर रही है भाजपा : टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को भाजपा पर आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर 'गंदी राजनीति' करने का आरोप लगाया है। टीएमसी का कहना है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल के सांसदों को पत्र लिखकर राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए उनका समर्थन मांगा है जो कि गंदी राजनीति है।

मुर्मू मंगलवार को कोलकाता में थी और उन्होंने भगवा पार्टी के सांसदों और राज्य के विधायकों से मुलाकात कर 18 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए उनका समर्थन मांगा।

टीएमसी ने कहा, "भाजपा आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गंदी राजनीति कर रही है। एनडीए की उम्मीदवार कोलकाता में थी और उन्होंने विपक्षी विधायकों के वोट नहीं मांगे। लेकिन भाजपा नेतृत्व ने हमारे विधायकों और सांसदों को पत्र लिखकर उनका समर्थन मांगा है।"

राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने सवाल किया, "जब उम्मीदवार ने खुद कोई अपील नहीं की है, तो वे पत्र लिखने वाले कौन होते हैं?"

टीएमसी के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि भगवा खेमे को पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य के उनके सभी विधायक अपने उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करें।

चटर्जी ने कहा, "टीएमसी विधायकों का समर्थन मांगने से पहले, मेरी सलाह है कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके सभी विधायक एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करें। एक आदिवासी नेता को नामित करने से भाजपा आदिवासी समर्थक नहीं हो जाएगी, क्योंकि इसकी नीतियां उनके आदिवासी विरोधी नजरिए को दर्शाती हैं।"

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि ओडिशा की एक आदिवासी भाजपा नेता मुर्मू आम सहमति की उम्मीदवार हो सकती थीं, अगर भगवा खेमे ने उन्हें मैदान में उतारने से पहले विपक्षी दलों के साथ चर्चा की होती।

राज्य विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि यह अभूतपूर्व है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने विपक्षी सांसदों से वोट के लिए कोई अपील नहीं की है लेकिन भगवा खेमा टीएमसी विधायकों को पत्र लिख रहा है।

टीएमसी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, राज्य भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाल के सत्तारूढ़ दल के नेता की टिप्पणी दर्शाती है कि वे "भ्रम और दुविधा" में हैं।

उन्होंने कहा, "टीएमसी नेतृत्व और उसके विधायक बंटे हुए हैं। उन्हें नहीं पता कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देना है। उन्हें आशंका है कि मुर्मू के खिलाफ मतदान से आदिवासियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।"

कांग्रेस और टीएमसी समेत देश की प्रमुख गैर-भाजपा पार्टियों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा के पास इस समय पश्चिम बंगाल से 17 लोकसभा सांसद हैं। उनमें से, अर्जुन सिंह ने टीएमसी में प्रवेश किया है, लेकिन अभी तक एक सांसद के रूप में इस्तीफा नहीं दिया है।

294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा में भगवा खेमे के 75 विधायक हैं। हालांकि, उनमें से पांच विधायक पद से इस्तीफा दिए बिना टीएमसी में शामिल हो गए हैं।

 

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