तमिलनाडु में भाजपा की प्रमुख सहयोगी अन्नाद्रमुक ने बुधवार को बीजेपी पर आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की कि वह तमिल विरोधी है और दावा किया कि पार्टी राज्य में कभी विकास नहीं कर सकती।
वरिष्ठ पार्टी नेता सी पोन्नईयन ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन महज एक 'चुनावी समायोजन' था और भाजपा की विचारधारा अन्नाद्रमुक की विचारधारा के बिल्कुल विपरीत है।
पोन्नईयन ने आरोप लगाया कि अन्नाद्रमुक के कड़े विरोध के बावजूद भाजपा लगातार हिंदी थोप रही है। उन्होंने कहा, "केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों की तुलना में हिंदी को कई गुना अधिक थोपा गया है और हम तमिल और अंग्रेजी की द्विभाषा नीति के साथ मजबूती से खड़े हैं।"
अन्नाद्रमुक के संस्थापक सदस्य पोन्नईयन पार्टी के संगठन सचिव और वरिष्ठ प्रवक्ता हैं। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक मेडिकल प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा का विरोध करती है।
उन्होंने बीजेपी पर श्रीलंकाई 'राजपक्षे' सरकार का 'सक्रिय रूप से साथ देने' का आरोप लगाया, जो 2009 के युद्ध में 1.5 लाख तमिलों की 'हत्याओं के पीछे' थी।
पोन्नईयन ने कहा कि एआईएडीएमके श्रीलंका में तमिल लोगों के अधिकारों के लिए मजबूती से खड़ा है, जिसमें समान रोजगार के अवसर, भूमि अधिकार और तमिल भाषा के लिए उचित सम्मान और मान्यता से संबंधित अधिकार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि "हम भाजपा की तमिल विरोधी जाति, तमिल विरोधी भावनाओं (स्टैंड) को स्वीकार नहीं करते हैं।"
यह कहते हुए कि भाजपा तमिलनाडु में कभी विकसित नहीं हो सकती, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी को राज्य में तभी जगह मिल सकती है जब वह ऐसे सभी मुद्दों को उचित रूप से संबोधित करे।
यह पूछे जाने पर कि क्या अन्नाद्रमुक 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ अपना गठबंधन जारी रखेगी, उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता। अभी हम उस पर कैसे टिप्पणी कर सकते हैं।"
31 मई को यहां पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पोन्नईयन ने कहा था कि भाजपा का विकास (तमिलनाडु में) अन्नाद्रमुक, राज्य और द्रविड़ नीतियों के लिए भी अच्छा नहीं होगा। बता दें कि अन्नाद्रमुक के किसी नेता द्वारा भाजपा के खिलाफ यह पहली खुली आलोचना थी।