ओडिशा में विपक्षी दल कांग्रेस ने बिहार की तरह ही राज्य में भी जाति सर्वेक्षण कराने की मांग की है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शरत पटनायक ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ओडिशा की आबादी की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए लंबे समय से राज्य में जाति सर्वेक्षण कराने की मांग कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, नवीन पटनायक सरकार इस मुद्दे पर टाल-मटोल कर रही है।’’पटनायक ने कहा कि बिहार के पास विभिन्न जातिगत समूहों की संख्या की स्पष्ट तस्वीर है, जबकि ओडिशा के पास ऐसे कोई आंकड़ें नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग (ओएससीबीसी) ने हाल में केवल आधा-अधूरा सर्वेक्षण कराया और उसकी रिपोर्ट कहती है कि राज्य में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय की केवल 43 फीसदी आबादी है।’’
पटनायक ने दावा किया कि यह रिपोर्ट बेहद गलत है, क्योंकि इसमें घर-घर जाकर कोई सर्वेक्षण नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ओबीसी समुदाय के लोगों से पंचायत कार्यालय आने और अपनी जाति के रिकॉर्ड जमा कराने को कहा गया था।’’
पटनायक ने कहा कि अगर बीजू जनता दल (बीजद) सरकार जाति सर्वेक्षण कराने में कोई रूचि नहीं दिखाती है, तो कांग्रेस राज्य में सत्ता में आने के बाद यह सर्वेक्षण कराएगी। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘इस सर्वेक्षण से सरकार को सभी जाति समूहों के विकास के लिए योजनाएं और नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।’’