कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से तालिबान की बढ़ती हिंसा के कारण अफगानिस्तान से हिंदूओं और सिखों को निकालने का आग्रह किया। उन्होंने विदेश मंत्री को पत्र लिखकर अफगानिस्तान से हिंदू और सिख समुदाय के लोगों को निकालने की गुहार लगाई है। जयवीर शेरगिल ने यह पत्र अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "मैं सिख समाज से जुड़े एक जिम्मेदार नागरिक होने के रूप में यह पत्र लिख रहा हूं। अपने समुदाय के लिए मेरे प्यार ने मुझे मजबूर किया है कि मैं आपको उनकी समस्याओं के बारे में लिखूं।" उन्होंने आगे लिखा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के चलते एक बार फिर से तालिबान ने सिर उठा लिया है और चारों ओर हिंसा का माहौल है।
जयवीर शेरगिल ने लिखा कि इन हालातों में अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। भारत के लोगों पर भी इसके कारण संकट पैदा हो गया है। सार्वजनिक आकड़ों के अनुसार अफगानिस्तान में 650 सिख और 50 हिंदू भी फंसे हुए हैं, जो तालिबान के निशाने पर हैं। भारत से ताल्लुक रखने वाले अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों पर लगातार हमले हो रहे हैं। हाल ही में एक ऐतिहासिक गुरुद्वारे से निशान साहिब हटाने का मामला भी सामने आया है। इससे पहले काबुल के एक गुरुद्वारे में हुए हमले में 2018 में 19 सिखों और हिंदूओं की मौत हो गई थी।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि इस स्थिति में इन लोगों को वहां से सुरक्षित निकाले जाने की आवश्यकता है। इन हालातों में मैं आपसे मांग करता हूं कि अफगानिस्तान में फंसे 700 सिखों और हिंदूओं को तत्काल भारत आने के लिए वीजा प्रदान किया जाए औऱ उन्हें वहां से निकाला जाए।
बता दें कि पिछले हफ्ते तालिबान द्वारा एक ऐतिहासिक गुरुद्वारे से सिखों के पवित्र ध्वज निशान साहिब को उतारे जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद दोबारा अफगानिस्तान में रह रहे हिंदूओं और सिखों के बीच डर का माहौल बना हुआ है।