कांग्रेस ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ से हटाए जाने को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल होता है, लेकिन चोकसी को इंटरपोल से रिहाई दिलवाई जा रही है।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘पहले लूटो और फिर बिन सजा छूटो’ , यही इस सरकार का मॉडल बन गया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विपक्ष को ईडी-सीबीआई, मित्र को रिहाई! ‘मोडानी मॉडल’ मतलब पहले लूटो, फिर बिन सज़ा के छूटो।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर दावा किया, ‘‘विपक्षी नेताओं के लिए ईडी-सीबीआई, पर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के ‘हमारे मेहुल भाई’ के लिए इंटरपोल से रिहाई ! जब ‘परम मित्र’ के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प, तो ‘पुराना मित्र’ जिसको किया था 5 साल पहले फ़रार, भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार? डूबे देश के हज़ारों-करोड़, ‘न खाने दूंगा’ बना जुमला बेजोड़ !’’
उल्लेखनीय है कि पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ से हटा दिया गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, फ्रांस के लियोन शहर स्थित इंटरपोल के मुख्यालय में चोकसी द्वारा दायर याचिका के आधार पर यह कदम उठाया गया है।