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दिल्ली विधानसभा में रात भर रही हलचल, एक-दूसरे के खिलाफ डटे रहे आप और भाजपा विधायक

भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भाजपा के विपक्षी विधायक के बीच चल रही जुबानी...
दिल्ली विधानसभा में रात भर रही हलचल, एक-दूसरे के खिलाफ डटे रहे आप और भाजपा विधायक

भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भाजपा के विपक्षी विधायक के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच दोनों दलों के विधायक और पूरी रात दिल्ली विधानसभा में डेरा डाले रहे।

आप विधायक जहां छह साल पुराने एक मामले में उपराज्यपाल वी के सक्सेना के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं, वहीं भाजपा नेताओं ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करने की मांग की है।

आप ने सक्सेना पर 2016 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अपने दो अधीनस्थों पर 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को बदलने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के विधायकों ने 'हम होंगे कामयाब' जैसे गाने गाए और सक्सेना के खिलाफ नारे लगाए।

इस प्रदर्शन से कुछ दिन पहले सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की और आप का आरोप है कि वह दिली सरकार के काम में “हस्तक्षेप” कर रहे थे।

आप विधायक हाथ में तख्तियां लिए महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास बैठ गए, जबकि भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर के अंदर भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव की प्रतिमा के पास धरना शुरू कर दिया।

भगवा पार्टी के विधायकों ने मांग की कि मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बर्खास्त किया जाए।

आठ भाजपा विधायकों में से कोई भी सोमवार और शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही का हिस्सा नहीं थे क्योंकि उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया था।

आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार विधानसभा का इस्तेमाल "केंद्र को गाली देने" के लिए कर रही है। भाजपा ने कहा कि वह इस मुद्दे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष उठाएगी।



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