कांग्रेस और भाजपा ने मंगलवार को कहा कि पलक्कड़ विधानसभा सीट के लिए मतदान के दौरान फर्जी मतदाताओं को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने के बारे में सत्तारूढ़ माकपा की कथित टिप्पणी का उद्देश्य मतदाताओं को डराना है और यह कानून को अपने हाथ में लेने के समान है।
राज्य की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव 20 नवंबर को होगा। प्रचार के दौरान, कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) उम्मीदवार राहुल ममकूटाथिल ने वोट के लिये जनसंपर्क अभियान के दौरान कहा कि चुनाव अधिकारी सरकार के अधिकारी हैं और इसलिए फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में कैसे दर्ज हो गए?
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ममकूटाथिल ने कहा कि यूडीएफ भी फर्जी मतदाताओं के खिलाफ है, लेकिन इस मुद्दे का इस्तेमाल अन्य मतदाताओं को मतदान करने से डराने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सी. कृष्णकुमार ने भी निर्वाचन क्षेत्र में वोट मांगने के लिए घर-घर जाकर जनसंपर्क किया, और तर्क दिया कि माकपा के ऐसे बयान वामपंथी पार्टी की कानून को अपने हाथ में लेने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी फर्जी मतदान को रोकने के लिए कानूनी तरीकों का सहारा लेगी क्योंकि वे लोगों को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने के पक्ष में नहीं हैं।
उन्होंने कहा ‘‘इसके लिए पुलिस है। क्या माकपा को अपनी सरकार के गृह विभाग या जिला प्रशासन पर भरोसा नहीं है?’’
इस बीच, वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के उम्मीदवार पी. सरीन ने कहा कि अगर यूडीएफ और भाजपा फर्जी मतदान के जरिए उपचुनाव जीतने की उम्मीद कर रहे हैं, तो वामपंथी कानूनी और लोकतांत्रिक तरीकों से इसे रोकेंगे।
सरीन ने निर्वाचन क्षेत्र में अपने घर-घर प्रचार अभियान के दौरान कहा कि वामपंथी फर्जी मतदान से चिंतित नहीं हैं और उन्होंने यूडीएफ और भाजपा से जीत के लिए इस तरह की रणनीति पर भरोसा न करने का आग्रह किया।
ममकूटाथिल ने यह भी कहा कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की आईयूएमएल सुप्रीमो पनक्कड़ सादिक अली शिहाब थंगल के बारे में हाल ही में की गई टिप्पणी पलक्कड़ उपचुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यूडीएफ उम्मीदवार ने दावा किया कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी में सांप्रदायिक भावना थी और यह विजयन की संघ परिवार की मानसिकता को दर्शाता है।
रविवार को पलक्कड़ में एलडीएफ उम्मीदवार पी. सरीन के लिए उपचुनाव प्रचार सभा को संबोधित करते हुए विजयन ने थंगल की आलोचना करते हुए कहा कि वह जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।
थंगल केरल में सुन्नी मुसलमानों के एक महत्वपूर्ण वर्ग के आध्यात्मिक नेता हैं।
निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक शफी परमबिल के वडकारा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उपचुनाव की आवश्यकता हुई।