दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया है। आम आदमी पार्टी को हराकर भाजपा ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई, लेकिन नई सरकार के सामने कई बड़ी चुनौतियाँ हैं। इनमें सबसे पहली प्राथमिकता चुनावी वादों को पूरा करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैलियों में वादा किया था कि 8 मार्च, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के खातों में ₹2,500 की वित्तीय सहायता पहुंच जाएगी। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को ₹21,000 की सहायता देने की योजना को भी सरकार को समय पर लागू करना होगा।
कल्याणकारी योजनाओं के अलावा, दिल्ली की जहरीली हवा भी सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती है। इसे नियंत्रित करने के लिए हरित क्षेत्र बढ़ाने, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने और कचरा प्रबंधन को सुधारने जैसी दीर्घकालिक योजनाओं पर कार्य करना होगा। दिल्ली में पानी की कमी और अनियमित बिजली आपूर्ति की समस्या भी बनी हुई है। यमुना नदी की बढ़ती गंदगी से स्वच्छ पेयजल की स्थिति और बिगड़ रही है। सरकार को विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में निर्बाध जल और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी।
इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा और बढ़ते स्ट्रीट क्राइम भी एक अहम मुद्दा हैं। पुलिसिंग को मजबूत करने और दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय बेहतर करने की चुनौती नई सरकार के सामने होगी। अरविंद केजरीवाल सरकार ने मुफ्त बिजली, पानी और सरकारी स्कूलों की बेहतरी जैसी योजनाओं से सत्ता हासिल की थी। अब बीजेपी सरकार को अपने संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के साथ-साथ दिल्ली की वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की चुनौती का सामना करना होगा। सामाजिक कल्याण और वित्तीय संतुलन के बीच संतुलन बनाना नई सरकार के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी।
इसके अलावा, अनधिकृत कॉलोनियों के पुनर्विकास और झुग्गीवासियों के लिए स्थायी आवास प्रदान करना भी नई सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण एजेंडा होगा। दिल्ली में ट्रैफिक जाम और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुधारने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। मेट्रो नेटवर्क के विस्तार और बस सेवाओं को अधिक विश्वसनीय बनाने के लिए नई सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार भी एक बड़ी प्राथमिकता होगी, खासकर सरकारी अस्पतालों की स्थिति को बेहतर बनाना जरूरी है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, नई पाठ्यचर्या का विकास और उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाना भी सरकार के लिए अहम चुनौती रहेगी।
नई भाजपा सरकार के लिए दिल्ली की शासन व्यवस्था को नई दिशा देना आसान नहीं होगा। आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक मजबूत कल्याणकारी मॉडल स्थापित किया था, जिसे चुनौती देना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा। नई सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए तेजी से काम करना होगा, नहीं तो यह जीत ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाएगी।