मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख सोमवार को फिर से प्रवर्तन निदेशालय के सामन पेश नहीं हुए। ऐसा चौथी बार हो रहा है जब समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किए जाने के बाद भी देशमुख पेश नहीं हुए हैं। देशमुख की जगह उनके वकील इंद्रपाल सिंह ईडी के ऑफिस पहुंचे थे। देशमुख के साथ उनके बेटे ऋषिकेश देशमुख को भी सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए तलब किया गया था, लेकिन वह भी ईडी के ऑफिस नहीं पहुंचे।
देशमुख ने अपने वकील के जरिए एक पत्र भेजकर बताया कि उनकी याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। पत्र में देशमुख ने लिखा है कि 30 जुलाई को जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने 3 अगस्त को तारीख दी ईडी ने सोमवार को समन जारी कर दिया।
अनिल देशमुख ने अपने पत्र में कार्रवाई के दौरान जांच एजेंसी पर अपने अधिकारों का गलत प्रयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि अभी तक मुझे ईसीआईआर की कॉपी या ईडी की ओर से कोई भी डॉक्यूमेंट नहीं दिए गए। जिससे स्पष्ट होता है कि यह समन केवल मीडिया में सनसनी फैलाने के लिए भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के 1 दिन पहले ईडी ने जो समन भेजा है, उससे मेरा डर औऱ पुख्ता हो गया है कि ईडी की जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं हो रही है।
ये समन महाराष्ट्र पुलिस को संबंधित 100 करोड़ रुपये के कथित घूस-सह-वसूली मामले के संबंध में पीएमएलए के तहत दर्ज मामले के सिलसिले में जारी किए गए थे। इसी मामले के चलते देशमुख को इस साल अप्रैल में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
इस मामले में देशमुख के खिलाफ पहले सीबीआई ने मामला दर्ज किया था और फिर उसमें मनी लॉन्ड्रिंग की जानकारी मिलने के बाद ईडी की एंट्री हुई। ईडी ने देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। सीबीआई उनके दो ठिकानों पर दो बार छापोमारी भी कर चुकी है।