ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) को एक वीडियो संदेश में लुंगी में देखे जाने पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन पर जम कर निशाना साधा, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में ‘लुंगी बनाम धोती’ की बहस छिड़ गई.
भाजपा नेताओं ने दावा किया कि धोती ओडिशा की संस्कृति है, न कि लुंगी जबकि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के नेताओं ने पहनावे के तौर पर लुंगी के महत्व पर प्रकाश डाला और दावा किया कि इसके प्रचार से संबलपुर में बुनकरों को लाभ होगा.
पटनायक ने एक वीडियो संदेश में लोगों से एक साथ होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न ‘शंख’ के लिए वोट करने का आग्रह किया और इस दौरान वह गहरे लाल रंग की लुंगी और सफेद टी शर्ट पहने हुए दिखे. यह वीडियो बीजद की ओर से सोमवार रात जारी किया गया.
हालांकि, प्रधान ने मंगलवार को झारसुगुड़ा जिले के लाइकेरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पटनायक के पहनावे का मजाक उड़ाया. संबलपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रधान ने कहा, ‘‘आप सभी लोगों ने हमारे नवीन बाबू, जो एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं, उन्हें लुंगी पहनकर हाथ में ‘जोड़ा शंख’ लिए देखा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम नवीन बाबू जैसे बुजुर्ग व्यक्ति को पायजामा और कुर्ता पहनाना चाहिए था.’’ उन्होंने कहा कि मेरे मन में नवीन बाबू के लिए सम्मान है. बुधवार को प्रधान ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान धोती और कुर्ता पहनकर संबलपुर लोकसभा सीट के अथमल्लिक इलाके का दौरा किया.