कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने यह भी जानना चाहा कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को धन कहां से मिलता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदुओं को भड़काती है, वहीं ओवेसी की पार्टी एआईएमआईएम मुसलमानों को भड़काती है, लेकिन वे एक-दूसरे के पूरक हैं और तालमेल से काम करते हैं। सिंह शुक्रवार रात राजगढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले आगर मालवा जिले के सुसनेर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
सिंह इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘ओवैसी खुलेआम हैदराबाद में मुसलमानों को भड़काते हैं, भाजपा यहां हिंदुओं को भड़काती है। लेकिन मैं आपसे पूछता हूं कि मुसलमानों के वोट काटने के लिए ओवैसी को मैदान में उतारने के लिए पैसा कहां से आता है? वे साथ में राजनीति करते हैं...वे एक-दूसरे के पूरक हैं।’’
सिंह ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है और लोगों को जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सही कहा कि भाजपा दागी नेताओं को साफ करने वाली वॉशिंग मशीन बन गई है।
खुद को सच्चा ‘‘सनातनी’’ बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा सनातन धर्म का समर्थन किया है, जो ‘सर्व धर्म समभाव’ में विश्वास करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कट्टर हिंदू और गौसेवक हूं। मैं गोहत्या के खिलाफ हूं, लेकिन मैं धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगता।’’
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय भाजपा को नहीं, बल्कि अदालत को जाता है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शासन में इसी स्थान पर राम मंदिर का शिलान्यास हो चुका था, लेकिन उन्होंने (भाजपा) इसका विरोध किया। सिंह ने दोहराया कि यह उनका आखिरी चुनाव है और वह राजगढ़ लोकसभा सीट के लोगों की आवाज बनना चाहते हैं।
दिसंबर 1993 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले सिंह ने दो बार - 1984 और 1991 में लोकसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। भाजपा ने मौजूदा सांसद रोडमल नागर को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। यह सिंह का गृह क्षेत्र है। वह इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट राघौगढ़ के निवासी हैं।