पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के जवानों के मारे जाने पर दुख जताया।
नेकां के अनुसार, पार्टी नेताओं ने सैनिकों की जान के नुकसान पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया है। नेकां ने कहा कि इस कठिन समय में उनकी हार्दिक संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्हें एक अपूरणीय क्षति हुई है।
उन्होंने बताया कि संक्षिप्त गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन एक अधिकारी के नेतृत्व में जवानों ने उनका पीछा किया, जिसके बाद सोमवार रात करीब नौ बजे फिर से गोलीबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से अधिकारी समेत चार की बाद में मौत हो गई।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमलों में ‘‘पिछले 32 महीनों में 50 सैनिकों के बलिदान’’ के लिए जवाबदेही तय किए जाने की मांग करते हुए कहा ‘‘अब तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी।’’
महबूबा ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, कोई जवाबदेही नहीं है। अब तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी... डीजीपी (आर.आर स्वैन) को अब तक बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वर्तमान डीजीपी राजनीतिक रूप से चीजों को व्यवस्थित करने में अधिक व्यस्त हैं...। उनका ध्यान इस बात पर है कि पीडीपी का दमन कैसे किया जाए, लोगों को परेशान कैसे किया जाए।’’
डीजीपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमें यहां ‘फिक्सर’ की जरूरत नहीं है। हमें डीजीपी की जरूरत है। हमारे यहां पहले भी बाहर से डीजीपी आए हैं जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया है।’’