अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत अपने शुल्क में ‘पर्याप्त’ कटौती करने के लिए सहमत हो गया है, क्योंकि ‘भारत अमेरिका पर बहुत अधिक शुल्क लगाता है, जिससे वहां उत्पाद बेचना मुश्किल हो जाता है।’
ट्रंप की यह टिप्पणी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की उनके अमेरिकी समकक्ष हॉवर्ड लुटनिक के साथ व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका यात्रा के बाद आई है। ट्रंप ने इस सप्ताह तीसरी बार भारत द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क की आलोचना की है।
इससे पहले बृहस्पतिवार को ट्रंप ने कहा कि भारत बहुत उच्च शुल्क वाला देश है और उन्होंने दोहराया कि अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाने वाले देशों पर जवाबी शुल्क दो अप्रैल से लागू होंगे।
मंगलवार को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने भारत और अन्य देशों द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क की आलोचना की और उन्हें ‘बहुत अनुचित’ करार दिया।
यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल का कांग्रेस में पहला संयुक्त सत्र था।
वाशिंगटन से सांसदों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने घोषणा की कि अगले महीने जवाबी शुल्क लागू हो जाएंगे।
पूर्व में ट्रंप भारत को ‘टैरिफ किंग’ और ‘बड़ा दुर्व्यवहार करने वाला’ कह चुके हैं।
पिछले महीने, व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा था कि भारत ‘शुल्क के मामले में बहुत मजबूत रहा है।”
उन्होंने कहा, “मैं उन्हें दोष नहीं देता, लेकिन यह व्यापार करने का एक अलग तरीका है। भारत में उत्पाद बेचना बहुत मुश्किल है क्योंकि उनके पास व्यापार संबंधी बाधाएं हैं, बहुत मजबूत शुल्क हैं।”
भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को कम करने सहित अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को गहरा करने पर विचार कर रहा है।