वरिष्ठ किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को बुधवार को खनौरी प्रदर्शन स्थल पर दिल से जुड़ी समस्या े कारण पटियाला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। खनौरी में मौजूद किसान नेताओं ने बताया कि सिरसा कई महीनों से किसानों के प्रदर्शन में शामिल रहे हैं।
सिरसा ने बुधवार सुबह अचानक सीने में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उन्हें पटियाला के राजकीय राजिंद्र अस्पताल ले जाया गया। विरोध स्थल पर मौजूद, एक गैर-सरकारी संगठन के डॉक्टरों ने बताया कि बेचैनी की शिकायत के बाद जब उन्होंने किसान नेता की जांच की तो पता चला कि उनका रक्तचाप कम है।
डॉक्टरों ने संवाददाताओं को बताया, "उनकी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) रिपोर्ट में हृदय संबंधी समस्या का संकेत मिला है। इससे पहले भी उन्होंने हृदय रोग की शिकायत की थी। प्राथमिक उपचार देने के बाद हमने उन्हें राजिंद्र अस्पताल रेफर कर दिया।"
किसान नेता को पटियाला के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां आपातकालीन वार्ड में उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
किसानों के आंदोलन के एक वर्ष पूरा होने के मौके पर खनौरी प्रदर्शन स्थल पर बुधवार को ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन किया गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले साल 26 नवंबर से खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। डल्लेवाल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली की ओर कूच करने की अनुमति नहीं दी थी जिसके बाद वे वहीं डटे हुए हैं और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।