महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने गुरुवार को लगभग पांच दशकों तक पार्टी का सदस्य रहने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। मुंबई कांग्रेस का एक प्रमुख अल्पसंख्यक चेहरा, सिद्दीकी ने उस समय मंत्री के रूप में भी काम किया था जब कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सत्ता में था।
एक्स पर एक पोस्ट में सिद्दीकी ने कहा, "मैं एक युवा किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है। आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।"
I joined the Indian National Congress party as a young teenager and it has been a significant journey lasting 48 years. Today I resign from the primary membership of the Indian National Congress Party @INCIndia with immediate effect. There’s a lot I would have liked to express…
— Baba Siddique (@BabaSiddique) February 8, 2024
उन्होंने कहा, "बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजों को अनकहा छोड़ देना ही बेहतर है। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं।"
यह कदम भारत के चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार गुट को असली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के रूप में मान्यता दिए जाने के कुछ दिनों बाद आया है। सिद्दीकी के बेटे वर्तमान में मुंबई के बांद्रा (पूर्व) से कांग्रेस विधायक हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस का कमजोर होना सीधे तौर पर इंडिया गठबंधन का कमजोर होना है। अलग अलग झटकों से उबरने की कोशिश कर रहे विपक्षी अलायंस के लिए यह भी एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।