प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कृषि सुधार कानूनों का विरोध करने वालों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वे नहीं चाहते कि किसानों को खुले बाजार में अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता हो।
कांग्रेस का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि चार पीढ़ियों तक राज करने वाली पार्टी की हताशा विपक्ष की इस राजनीति की जड़ में है।
प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उत्तराखंड में मेगा परियोजनाओं के शुभारंभ पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को राजनीति करने का सिर्फ एक ही तरीका मिला है और वह है विरोध करके, उन्होंने कहा कि कृषि बिलों का विरोध करने वाले बिचौलियों के पक्ष में हैं।
प्रधानमंत्री ने केंद्र द्वारा बड़े सुधारकारी कदमों के विरोध पर कहा कहा कि ऐसी ताकतें देश में खुद को सामाजिक रूप से अप्रासंगिक बना रही हैं।
मोदी ने कहा कि एक पार्टी ने जन धन खातों, जीएसटी, वन रैंक वन पेंशन, राफेल, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, गरीबों के लिए 26 नवंबर के उत्सव के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का विरोध किया है। मोदी ने कहा, "चार पीढ़ियों से सत्ता में रहने के बावजूद एक ऐसी पार्टी की हताशा जो दूसरों के कंधों पर सवार हो गई है, जो विपक्ष की राजनीति के पीछे है। ।"
गौरतलब है कि कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।