चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए से अपना समर्थन वापस लेने के बाद टीडीपी सांसद सीएम रमेश, थोटा नरसिंहम, रविंद्र बाबू और अन्य नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज संसद में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने एनडीए से अलग होने के टीडीपी के फैसले का स्वागत किया है।
शुक्रवार सुबह एनडीए से अपना समर्थन वापस लेने के बाद टीडीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी का मतलब बताया कि 'ब्रेक जनता प्रोमिस' और कहा कि वो केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। टीडीपी से सांसद थोटा नरसिंहम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि हम एनडीए से अलग हो जाए और हम आज संसद में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
वहीं, आंध्र प्रदेश के मंत्री केएस जवाहर ने कहा कि भाजपा ने तेलुगु लोगों बेईमानी की है, इस बार भी भाजपा ने हमें छला है इसलिए हम संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
इससे पहले एनडीए का साथ छोड़ने के बाद टीडीपी सांसद वाईएस चौधरी ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने साथ रहने का पूरा प्रयास किया, लेकिन मौजूदा सरकार ने आंध्र प्रदेश के लोगों की भावनाओं को नजरअंदाज किया है। पोलित ब्यूरो की तत्काल मीटिंग बुलाई गई, जिसमें चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए से बाहर आने का फैसला लिया।'