केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बाद अब भाजपा की वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने भी 2019 का लोकसभा चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह अगले छह महीने उत्तर प्रदेश में राम मंदिर बनाने और गंगा की सफाई के मुद्दे पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगी। इससे पहले केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी ऐलान कर चुकी हैं कि वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि इस बीच उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया कि अभी उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला नहीं लिया है।
राम मंदिर पर बीजेपी का अकेले पेटेंट नहीं है: उमा भारती
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही उमा भारती ने कहा था कि राम मंदिर पर बीजेपी का अकेले पेटेंट नहीं है। भगवान राम सबके हैं। उमा भारती ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी, बसपा, अकाली दल, ओवैसी और आजम खान जैसों से राम मंदिर निर्माण के लिए आगे आने की अपील करती हैं।
जैसे अयोध्या में राम मंदिर बन कर रहेगा वैसे ही गंगा का जल निर्मल होकर रहेगा
उत्तराखंड में एक कार्यक्रम के दौरान उमा भारती ने कहा था कि जिस तरह अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन कर रहेगा, उसी तरह गंगा का जल अविरल और निर्मल होकर रहेगा। केंद्र सरकार गंगा की स्वच्छता के लिए संकल्पबद्ध है।
पिछले दिनों सुषमा स्वराज ने भी किया थे ये ऐलान
इससे पहले सुषमा स्वराज ने अपने स्वास्थ्य के बारे में मीडिया के सामने बात रखी थी कि डॉक्टरों की ओर से उन्हें धूल से बचने के लिए कहा गया है। इस वजह से वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। 41 साल से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहते हुए अब केंद्रीय मंत्री की भूमिका निभा रहीं सुषमा स्वराज ने कहा, ‘दिसंबर 2016 में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से डॉक्टरों ने मुझे धूल से बचने की हिदायत दे रखी है। इसी वजह से मैं काफी समय से चुनावी सभाओं से दूर रही हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जब भी चुनावी कार्यक्रमों के लिए जाती हूं, कोशिश रहती है कि आयोजन बंद कमरों में हों। धूल से बचे रहना मेरे स्वास्थ्य की पहली प्राथमिकता है।’