कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने आरोप लगाया कि एनसीपी नेता और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने झूठ बोला है और राज्यपाल को समर्थन की नकली चिट्ठी सौंपी है। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर कभी भी भाजपा को समर्थन देने के लिए नहीं किए गए थे। ये पत्र कांग्रेस और शिवसेना को समर्थन के लिए राज्यपाल को सौंपने के लिए अजित पवार को दिए गए थे। बता दें कि अजित पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को 54 एनसीपी विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था और डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी।
रविवार को भी साधा था निशाना
इससे पहले चव्हाण ने रविवार रात को आरोप लगाया कि बीजेपी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता और नवनियुक्त उप मुख्यमंत्री अजित पवार का इस्तेमाल लोगों को 'भ्रमित' करने के लिए कर रही है। चव्हाण की यह प्रतिक्रिया रविवार को अजित पवार की ओर से किए गए ट्वीट के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा कि वह अब भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में हैं और शरद पवार उनके नेता हैं।
'सभी विधायक एकजुट और मजबूत'
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, 'अंग्रेजी में कहावत है अगर आप भरोसा नहीं दिला सकते तो उन्हें भ्रमित कर दीजिए। बीजेपी ने किसी और के कंधे पर बंदूक रखकर ठीक वहीं काम कर रही है।' उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें विधायक पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने के बाद होटल में चहलकदमी करते हुए दिख रहे हैं। चव्हाण ने कहा, 'सभी विधायक एकजुट और मजबूत हैं।'
अजित और शरद पवार में ट्विटर वार
अजित पवार ने कई ट्वीट कर बीजेपी नेताओं के बधाई संदेश पर धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि बीजेपी-राकांपा गठबंधन पूरे पांच साल महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देगा। हालांकि, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार के दावे के खारिज करते हुए साफ कर दिया कि महाराष्ट्र मेंबीजेपी से गठबंधन का सवाल नहीं है।