आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा घटा दी गई है। राज्य के गन्नवरम हवाई अड्डे पर पूर्व मुख्यमंत्री को शुक्रवार देर रात तलाशी से गुजरना पड़ा। नायडू को विमान तक जाने के लिए वीआईपी सुविधा से भी वंचित कर दिया गया। उन्हें आम यात्रियों के साथ शटल बस में यात्रा करनी पड़ी।
आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। इसमें 24 घंटे उनके साथ 23 सुरक्षाकर्मी और एस्कॉर्ट की गाड़ियां रहती हैं। 2003 में तिरुपति के अलिपिरि में माओवादियों ने उन पर हमला कर दिया था। इसके बाद से उनको जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।
‘भाजपा और वाईएसआरसीपी कर रहीं बदले की राजनीति’
इस घटना पर टीडीपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी ने आरोप लगाया गया कि भाजपा और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) बदले की राजनीति कर रही है। टीडीपी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू भारतीय राजनीति में सम्मानित स्थान रखते हैं और उनके साथ इस व्यवहार की हम निंदा करते हैं।
‘नायडू की सुरक्षा सुनिश्चित हो’
टीडीपी नेता और राज्य के पूर्व गृह मंत्री चिन्ना राजप्पा ने कहा कि अधिकारियों का रवैया न केवल अपमानजनक था बल्कि उन्होंने नायडू की सुरक्षा पर भी समझौता किया क्योंकि उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि नायडू को कभी भी इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा, हालांकि वह कई वर्षों से विपक्ष में थे। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से नायडू को उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।