मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के डी. राजा को श्रीनगर एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया। वह राज्य के पार्टी इकाई के सदस्यों के परिवारों से मुलाकात करने जम्मू-कश्मीर आए थे। बता दें कि माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी. राजा ने जम्मू- कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को गुरुवार को पत्र लिखकर अपनी यात्रा के बारे में सूचित किया था। इससे पहले कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद को जम्मू-कश्मीर एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था।
सीपीआई (एम) ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'सीताराम येचुरी को श्रीनगर हवाई अड्डे पर हिरासत में रखा गया है और उन्हें कहीं भी नहीं जाने दिया जा रहा। उन्होंने पहले प्रशासन को सूचित किया था कि वह सीपीआईएम विधायक एमवाई तारिगामी से मिलने जाएंगे, जिनकी तबीयत खराब है। इसके अलावा उन्होंने बाकी पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने की भी जानकारी दी थी। हम अवैध रूप से उन्हें हिरासत में लिए जाने का कठोर विरोध करते हैं।'
.@SitaramYechury has being detained at Srinagar Airport and not allowed to move anywhere. This despite the fact that he had informed the administration about his visit to meet CPIM MLA MY Tarigami who is not well & other party workers.
— CPI (M) (@cpimspeak) August 9, 2019
We strongly protest this illegal detention.
क्या लिखा था पत्र में
माकपा और भाकपा की ओर से गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, येचुरी एवं राजा ने पत्र में राज्यपाल को बताया था कि जम्मू-कश्मीर में वामदलों की सक्रिय इकाई है। येचुरी ने कहा था कि राज्य की भंग विधानसभा के माकपा विधायक यूसुफ तारीगामी बीमार चल रहे हैं। माकपा का राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते वह तारीगामी और पार्टी के अन्य नेताओं से मिलने के लिये नौ अगस्त को श्रीनगर पहुंचेंगे। दोनों नेताओं ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी के नेता के रूप उनकी जिम्मेदारी निभाने में स्थानीय प्रशासन कोई बाधा उत्पन्न नहीं करेगा।
गुलाम नबी आजाद को भी रोका जा चुका है
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोक दिया गया था जिसके बाद उन्हें वापस दिल्ली आना पड़ा था। दरअसल, अनुच्छेद 370 खत्म करने और जम्मू-कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने के बाद से वहां की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सूबे में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं और धारा 144 लागू है।