पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। चिदंबरम ने ट्वीट किया कि आरबीआई गवर्नर डॉ शक्तिकांत कहते हैं कि मांग में गिरावट आई है, 2020-21 में विकास नकारात्मक क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। फिर वो अधिक लिक्विडिटी को क्यों प्रभावित कर रहे हैं? उन्हें सरकार को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि "अपना काम करो, राजकोषीय उपाय करो"।
बता दें कि चिदंबरम की यह प्रतिक्रिया आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा जीडीपी की वृद्धि दर नेगेटिव रहने वाले अनुमान के बाद आया है।
पीएम और वित्त मंत्री खुद की कर रहे हैं पैकेज की सराहना
साथ ही एक अन्य ट्वीट में चिदंबरम ने कहा कि आरबीआई के कथन के बाद भी, क्या पीएम और वित्त मंत्री खुद की ऐसे पैकेज के सराहना कर रहे हैं जिसमें जीडीपी का 1 प्रतिशत से कम राजकोषीय प्रोत्साहन है? उन्होंने आगे लिखा 'आरएसएस को शर्म आनी चाहिए कि कैसे सरकार ने अर्थव्यवस्था को नकारात्मक विकास के क्षेत्र में खींच लिया है।'
जानें क्या कहा था आरबीआई के गवर्नर ने
कोरोना वायरस से जंग के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को एक बार फिर रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट व ब्याज दर में कटौती की घोषणा की। केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस दौरान अनुमान जताते हुए कहा था कि 2020-21 में ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) की वृद्धि दर निगेटिव में जा सकती है। उन्होंने कहा था, '2020-21 में जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव रहने का अनुमान है। मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है। दालों की कीमत में उछाल चिंता का विषय है। कृषि उत्पादन से सबको लाभ मिलेगा।