महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद बरखा ने कहा था कहा, मैं पार्टी की सच्ची सैनिक हूं। छोड़कर नहीं जाऊंगी, पार्टी में रहकर लड़ाई लड़ूंगी। अजय माकन ने मेरे साथ बदसलूकी की। शिकायत पर राहुल गांधी ने कोई एक्शन नहीं लिया। आखिर वाइस प्रेसिडेंट पार्टी मेंबर्स के साथ मीटिंग करने में क्यों डरते हैं? राहुल की लीडरशिप में कांग्रेस ने महिलाओं का इस्तेमाल सिर्फ वोट बटोरने के लिए किया।
बरखा ने आरोप लगाया था कि एमसीडी इलेक्शन के टिकट बंटवारे में महिला वर्कर्स को हाशिए पर रखा गया। कार्यकर्ताओं की आवाज दबाई गई और शिकायतों का मौका नहीं दिया।
बरखा ने दावा किया था कि राहुल पार्टी नेताओं से मुलाकात नहीं करते। उन्होंने कभी पार्टी के आतंकरिक मुद्दों पर बात करने की इच्छा नहीं जताई। आखिर वो अपने ही मेंबर्स से मीटिंग करने में क्यों डरते हैं? इसी वजह से कई सीनियर लीडर छोड़कर चले गए। उन्होंने कहा कि राहुल और माकन के इसी रवैए के कारण 5 डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट और 75 ब्लॉक प्रेसिडेंट्स संगठन से इस्तीफा दे चुके हैं।