भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान से पलट गई हैं। उन्होंने कहा, 'मैं अपने संगठन, अपनी पार्टी भाजपा में निष्ठा रखती हूं। उसकी कार्यकर्ता हूं और पार्टी की लाइन मेरी लाइन है।' इससे पहले भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान से किनारा करते हुए निंदा की थी और उनसे सफाई मांगी थी। उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई। वहीं, चुनाव आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। आयोग ने मध्य प्रदेश मुख्य चुनाव अधिकारी से मामले की 'तथ्यात्मक रिपोर्ट' मांगी है।
क्या कहा था प्रज्ञा ने
प्रज्ञा ठाकुर से पत्रकारों ने सवाल किया कि कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को हिंदू आंतकवादी बताया था, इस बारे में वह कहना चाहती हैं। जवाब में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, 'नाथूराम गोडसे देशभक्त थे। देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।'
भाजपा ने किया किनारा, मांगी सफाई
वहीं, भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान से किनारा कर लिया है। भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा इस बयान से सहमत नहीं है और इसकी निंदा करती है। पार्टी उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी। उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी वापस ले भाजपा: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के गोडसे पर दिए बयान से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि साफ है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर यह शहीदों का अपमान किया है। इस पर मोदी को जबाव देना चाहिए और साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी तुरंत वापस लेनी चाहिए।
क्या कहा था कमल हासन ने
अभिनेता से नेता बने कमल हासन हिंदू आतंकवाद को लेकर बयान दिया था। तमिलनाडु में चुनाव प्रचार करते हुए हासन ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था। कमल हासन ने कहा, 'आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था। मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि यहां पर कई सारे मुस्लिम मौजूद हैं। मैं महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े होकर यह कह रहा हूं।'
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को हिंदू आंतकवादी कहे जाने पर उनका बचाव किया था। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में साध्वी से जुड़े एक सवाल के दौरान शाह ने दो टूक कहा था कि साध्वी को झूठे केस में फंसाया गया। इस दौरान शाह ने यह भी सवाल उठाया कि समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग अब कहां हैं? उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान भी प्रज्ञा के बचाव में उतरे थे।