अहमदाबाद। भाजपा में गुजरात की आणंद सीट पर मितेश पटेल को खड़ा किया है। पटेल पर गोधरा कांड के बाद हुए दंगों से जुड़े एक मामले में आरोप है। पटेल ने यह जानकारी अपने चुनावी शपथ पत्र में दी है।
दंगा भड़काने और आगजनी के आरोप
मध्य गुजरात की आणंद लोकसभा सीट से पटेल का मुकाबला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह सोलंकी से है। पटेल ने अपने शपथ पत्र में निर्वाचन अधिकारियों को जानकारी दी है कि 2002 में आणंद जिले के वसाड थाने में उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई थी। पटेल पर लगे आरोपों में आगजनी, दंगे भड़काने, पथराव करने और चोरी भी शामिल है। शपथ पत्र के अनुसार उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा), 149 (घातक हथियार रखने), 436 (आगजना), 332 (सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने), 143 (अवैध रूप से एकत्रित होने) और 380 (चोरी) के तहत केस दर्ज किया गया था।
मामला हाईकोर्ट में लंबित
पटेल ने अपने शपथ पत्र में यह भी जानकारी दी है कि उन्हें सितंबर 2010 में स्थानीय अदालत से बरी कर दिया गया था। हालांकि अब यह मामला गुजरात हाईकोर्ट में लंबित है। राज्य सरकार ने उन्हें बरी करने के अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की थी। हाईकोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार गुजरात सरकार ने 2010 में निचली कोर्ट से बरी किए जाने पर पटेल समेत 50 लोगों के खिलाफ अपील दातय की थी।
आणंद जिले के प्रमुख व्यवसायी पटेल लक्ष्मी प्रोटीन प्रोडक्ट्स प्रा. लि. नाम की एक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। पटेल के पास दालों की प्रोसेसिंग और बिक्री करने वाली दो अन्य फर्में भी हैं। पटेल भाजपा की आणंद इकाई से कोषाध्यक्ष के अलावा एक स्थानीय उद्योग संगठन से भी जुड़े हैं। घोषणा पत्र के अनुसार पटेल और उनकी पत्नी के पास 3.48 करोड़ रुपये की चल और 4.22 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।