वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर को उत्तर प्रदेश में परीक्षाओं का मज़ाक उड़ाने वाली एक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। चल रहे पेपर लीक विवाद के बीच शेयर की गई इस पोस्ट में मज़ाक में कहा गया है कि राज्य के नाम का अर्थ है "वह राज्य जहाँ परीक्षा से पहले उत्तर पता चल जाते हैं"।
इस पोस्ट में एक उत्तर पुस्तिका की वायरल तस्वीर थी, जिस पर सवाल था, "उत्तर प्रदेश किसे कहते हैं?"(उत्तर प्रदेश क्या है?)। जवाब में लिखा था, "वह प्रदेश जहाँ परीक्षा से पहले उत्तर पता चल जाए उसे उत्तर प्रदेश कहते हैं।" (जिस राज्य में परीक्षा से पहले उत्तर पता चल जाता है, उसे उत्तर प्रदेश कहते हैं)।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पोस्ट की निंदा करते हुए इसे उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान बताया। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने जवाब दिया, "मुझे अपने राज्य और उसके लोगों को इस तरह की निंदनीय टिप्पणियों के साथ स्टीरियोटाइप करके नीचा दिखाने में कोई मज़ाक नहीं दिखता। उत्तर प्रदेश का ऐसा अपमान निंदनीय है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।
हाल ही में तिरुवनंतपुरम से लोकसभा चुनाव में थरूर से हारने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस पार्टी पर "बेशर्मी की राजनीति" और "श्रेष्ठता की भावना" का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "अन्य साथी भारतीयों को शर्मिंदा करने की बेशर्मी की राजनीति - यही कांग्रेस का तरीका है, जिसे इस स्व-शीर्षक वैश्विक नागरिक ने बखूबी प्रदर्शित किया है।"
चंद्रशेखर ने अपनी प्रतिक्रिया में दो इमोजी