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बंगाल में बीजेपी को लग सकता है एक और झटका, बाबुल सुप्रियो के बाद अब लॉकेट चटर्जी के टीएमसी में जाने की अटकलें

बंगाल में भाजपा की चुनावी हार के बाद एक और झटका लगता नजर आ रहा है। बाबुल सुप्रियो के बाद अब हुगली से...
बंगाल में बीजेपी को लग सकता है एक और झटका, बाबुल सुप्रियो के बाद अब लॉकेट चटर्जी के टीएमसी में जाने की अटकलें

बंगाल में भाजपा की चुनावी हार के बाद एक और झटका लगता नजर आ रहा है। बाबुल सुप्रियो के बाद अब हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी के भी पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने दावा किया है कि लॉकेट चटर्जी ने भवानीपुर में बीजेपी के लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया है। कुणाल घोष ने उन्हें धन्यवाद भी दिया। कुणाल घोष के ट्वीट के बाद से अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है।

कुणाल घोष ने सोमवार को ट्वीट किया, ''भवानीपुर में चुनाव प्रचार नहीं करने के लिए स्टार प्रचारक लॉकेट चटर्जी को धन्यवाद और बधाई। भाजपा के कई बार अनुरोध करने के बाद भी आप नहीं गईं। एक मित्र के रूप में आप जहां भी हों, आपकी सफलता की कामना करते हैं। दुनिया बहुत छोटी है। आशा है कि वे दिन फिर से लौटेंगे जब आपने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।'' वहीं, कुणाल घोष के ट्वीट पर लॉकेट चटर्जी ने लिखा, आपको यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए कि ममता बनर्जी भवानीपुर से हारे नहीं।

एबीपी की खबर के मुताबिक कई कारणों से लॉकेट चटर्जी पार्टी में खुद को अलग-थलग महसूस कर रही हैं। वो बंगाल में बीजेपी महिला मोर्चा की प्रमुख थीं, लेकिन उनको हटाकर अग्निमित्रा पॉल को महिला मोर्चे की जिम्मेदारी दे दी गई। मोदी कैबिनेट के विस्तार में भी जगह नहीं मिलने के कारण लॉकेट नाराज हैं। इसके साथ ही सांसद होने के बावजूद उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारने के फैसले से लॉकेट खुश नहीं हैं। इस पूरे मामले पर अभी तक लॉकेट चटर्जी की प्रतिक्रिया नहीं आया है। बता दें कि बीजेपी ने लॉकेट चटर्जी को हाल ही में उत्तराखंड चुनाव के लिए सह प्रभारी बनाया है।

बता दें कि भवानीपुर उप चुनाव के लिए बीजेपी ने जिन स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में स्मृति ईरानी, हरदीप पुरी, शहनवाज हुसैन, मनोज तिवारी, दिलीप घोष, शुभेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा, स्वपन दासगुप्ता, अनिर्बान गांगुली, बाबुल सुप्रियो, रूपा गांगुली, लॉकेट चटर्जी और दिनेश त्रिवेदी के नाम शामिल हैं।

भवानीपुर में मुख्मंत्री ममता बनर्जी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी नंदीग्राम में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी से हार गई थीं। पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर हो रहे उपचुनाव से ममता बनर्जी को राज्य विधानसभा की सदस्य बने रहने का मौका मिलेगा। अगर उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बने रहना है तो उन्हें 5 नवंबर के भीतर किसी भी विधानसभा सीट से जीतना होगा।

गौरतलब है कि ममता बनर्जी को वर्ष 2011 और 2016 के चुनावों में भवानीपुर से ही विजय मिली थी। वहीं अब तृणमूल कांग्रेस ने भवानीपुर, शमशेरगंज और जांगीपुर सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। ममता बनर्जी जहां भवानीपुर से लड़ेंगी, तो हीं जाकिर हुसैन जांगीपुर और अमिरुल इस्लाम शमशेरगंज से चुनाव लड़ेंगे। 

चुनाव आयोग के अनुसार, राज्य में 30 सितंबर को उपचुनाव होगा और 3 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों के लिए 13 सितंबर तक नामांकन किया जाएगा। 16 सितंबर तक नाम वापसी होगी।

 

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