कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी चौथी लिस्ट जारी की, इस लिस्ट में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट नहीं दिया गया। इससे विजयेंद्र के समर्थक नाराज हो गए और जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। बता दें कि वरुणा सीट की लड़ाई को पूर्व एवं मौजूदा मुख्यमंत्रियों के बेटों के बीच लड़ाई के तौर पर पेश किया गया था।
समाचार एजेंसी एएनआईआई के मुताबिक मैसूर में बीएस येदियुरप्पा ने अपने बेटे को टिकट नहीं दिए जाने का ऐलान करते हुए कहा , “मेरा बेटा वरुणा सीट से चुनाव नहीं लड़ने जा रहा। यह मेरा निजी फैसला है, इस फैसले के लिए मुझ पर शीर्ष स्तर या आरएसएस की तरफ से कोई दबाव नहीं डाला गया।”
येदियुरप्पा की ओर से विजयेंद्र के चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद उनके समर्थकों ने हंगामा कर दिया। विजयेंद्र के समर्थक चाहते हैं कि पार्टी की ओर से उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जाए।
हालांकि बीएस येदियुरप्पा का कहना है कि वरुणा (निर्वाचन क्षेत्र) के बारे में निर्णय आरएसएस या बीजेपी के साथ कुछ लेना देना नहीं है। वे खुद को एक स्थान पर सीमित नहीं करना चाहता थे। उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री बनने जा रहा हूं, यह सूर्य और चंद्रमा के अस्तित्व के रूप में निश्चित है। मैं अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक दिन बिताने जा रहा हूं।”
बता दें कि भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव को लेकर चौथी लिस्ट सोमवार को जारी की गई है। आज की जारी लिस्ट के आधार पर पार्टी अब तक 224 सीट वाली विधानसभा में 220 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, और माना जा रहा था कि वरुणा सीट से येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट दिया जाएगा।