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खड़गे के पत्र का जवाब नहीं दिया तो भड़के चिदंबरम, कहा- असहिष्णुता का एक और उदाहरण

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम मोदी पर...
खड़गे के पत्र का जवाब नहीं दिया तो भड़के चिदंबरम, कहा- असहिष्णुता का एक और उदाहरण

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम मोदी पर लोकतांत्रिक और सहिष्णु नहीं होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पत्र का जवाब प्रधानमंत्री के बजाए चार बीजेपी सांसदों से दिलवाना बीजेपी की असहिष्णुता का एक और उदाहरण है। चिदंबरम ने यह भी कहा कि खड़गे के जवाब में भाजपा सांसदों का पत्र "तथ्यों पर सतही और तर्कों पर खोखला था।"

पी चिदंबरम ने कहा, माननीय प्रधानमंत्री को कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे के पत्र पर बीजेपी के चार सांसदों की प्रतिक्रिया किसी भी आलोचना के प्रति बीजेपीई असहिष्णुता का एक और उदाहरण है। उन्होंने कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं और इस नेता उनको पीएम मोदी को पत्र लिखने का अधिकार है। उन्होंने कहा, हम एक लोकतंत्र में ऐसे सवालों के जवाब में माननीय प्रधानमंत्री से पत्र के उत्तर की अपेक्षा करते हैं।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा सहित कर्नाटक के चार भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को खड़गे के पत्र पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि यह पत्र "बयानबाजी पर उच्च और तथ्यों पर कम" था। तेजस्वी सूर्या, पीसी मोहन, एस मुनिस्वामी और गौड़ा द्वारा पत्र में लिखा गया है, "आपके कद के नेता को 'व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी' से प्राप्त तथ्यों के आधार पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखना शोभा नहीं देता।"

भाजपा सांसदों द्वारा उठाए गए रुख पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, चिदंबरम ने कहा कि उनकी प्रतिक्रिया "किसी भी आलोचना के लिए भाजपा की पूर्ण असहिष्णुता" का एक और उदाहरण है। चिदंबरम ने कहा कि खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता होने के नाते प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के पूर्ण हकदार हैं। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, "कार्यशील लोकतंत्र में लोग माननीय प्रधानमंत्री से पत्र के जवाब की उम्मीद करते हैं। लेकिन हमारा लोकतंत्र ऐसा है कि माननीय प्रधानमंत्री इसे जवाब देने लायक नहीं समझेंगे।"

उन्होंने कहा कि इसके बजाय, भाजपा के चार सांसद खुद जवाब देने की जिम्मेदारी लेते हैं जो तथ्यों पर सतही और तर्कों पर खोखला है। उन्होंने कहा, "दिसंबर 2022 में सौंपी गई दो कैग रिपोर्ट श्री खड़गे की तर्कसंगत आलोचना को पूरी तरह से सही साबित करती हैं। दक्षिण पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक का दिनांक 09-02-2023 का पत्र एक पूर्व चेतावनी था कि बालासोर जैसी त्रासदी होने की संभावना थी।"

"मुझे कोई संदेह नहीं है कि पत्र दक्षिण पश्चिम रेलवे की कुछ फाइलों में अप्राप्य है और धूल खा रहा था। क्या माननीय भाजपा सांसद हमें बताएंगे कि पत्र पर क्या कार्रवाई की गई?" चिदंबरम ने कहा। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस सप्ताह की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि सीबीआई अपराधों की जांच करने के लिए है, न कि रेल दुर्घटनाओं की, और तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के लिए जवाबदेही तय नहीं कर सकती है।

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