साल 2015 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने किसी और चुनाव में जीत हासिल नहीं की है। दिलचस्प बात यह है कि इस सीट पर भाजपा के टिकट से ‘आप’ के बागी नेता चुनाव लड़ रहे हैं। ‘आप’ पार्टी ने इस सीट से पार्टी नेता रामचंद्र को मैदान में उतारा है।
वोटिंग के लिए वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) से लैस ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल हुआ। इस बार बवाना सीट पर मतदान काफी कम हुआ। पिछले चुनाव में 62 फीसदी के मुकाबले शाम 6 बजे तक सिर्फ 45 फीसदी मतदान हुआ।
बवाना उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रामचंद्र ने आज मतदान करने के बाद कहा कि एक-एक वोट झाड़ू के नाम पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे जीत के प्रति आश्वस्त हैं। रामचंद्र ने दावा किया कि उन्हें लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है।
वोट डालने के बाद आम आदमी पार्टी उम्मीदवार ने कहा कि केजरीवाल सरकार के विकास पर लोग वोट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां के लोग जानते हैं कि केवल केजरीवाल सरकार ही क्षेत्र का विकास कर सकती है और इसी को ध्यान में रखकर लोग केवल झाड़ू को ही वोट दे रहे हैं।
रामचंद्र ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी वेद प्रकाश सतीश पर कहा कि मुझे वेद से कोई खतरा नहीं है। वे जहां भी जा रहे हैं, उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रामचंद्र ने कहा कि यह बात भाजपा और वेद अच्छी तरह से जान गए हैं कि बवाना में उनकी जमानत जब्त होने वाली है।
दिल्ली की इस विधानसभा सीट पर कुल 379 मतदान केंद्र हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस विधानसभा में सबसे ज्यादा समय प्रचार किया है। वहीं, पार्टी के प्रदेश प्रमुख और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने भी यहां कड़ी मेहनत की है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा में पूर्ण बहुमत के बावजूद आप पार्टी को नगर-निगम चुनाव और राजौरी गार्डन उपचुनाव में हार का सामना करने के बाद पार्टी ने इस विधानसभा सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है।