मुस्लिमों से भेदभाव के कारण नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), 2019 के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करके पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भारतीय नागरिकता की पेशकश की है। पिछले दिनों मुशर्रफ को देशद्रोह के केस में मौत की सजा सुनाई गई थी।
दरियागंज निवासी मुशर्रफ उत्पीड़न के शिकार
स्वामी ने ट्वीट किया है, हम मुशर्रफ को फास्ट ट्रैक नागरिकता दे सकते है क्योंकि वह दिल्ली के दरियागंज के मूल निवासी हैं और उत्पीड़न के शिकार हैं। हिंदुओं के सभी वंशज नए सीएए कानून के दायरे में आते हैं।
https://twitter.com/Swamy39/status/1207523204975087616?s=20
पाक की अदालत ने मौत की सजा दी
मंगलवार को इस्लामाबाद की एक विशेष अदालत ने पाकिस्तान के इस पूर्व सैन्य शासक को लंबे अरसे तक खिंचे देशद्रोह के मामले में मौत की सजा देने की घोषणा की थी। मुशर्रफ 2016 से ही स्वनिर्वासन के तहत दुबई में रह गए हैं और इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के आधार पर पाकिस्तान वापस लौटने से इन्कार कर दिया था। इसलिए अदालत ने उन्हें सजा उनकी गैर मौजूदगी में सुनाई।
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन
नए सीएए कानून के विरोध में पिछले सप्ताह से देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नए शहरों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा भी भड़क गई। कई शहरों में धारा 144 और इंटरनेट पर प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। नए कानून में व्यवस्था है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न के शिकार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और इसाई भारत की नागरिकता पाने के हकदार हैं, बशर्ते वे भारत में 31 दिसंबर 2014 से पहले आ गए थे। लेकिन मुस्लिमों को इस आधार पर नागरिकता नहीं दी जाएगी।