यह छापा सत्येंद्र जैन पर दर्ज हुए ताजा मामले को लेकर है। इसमें मंत्री पर गलत तरीके से लोक निर्माण विभाग में 18 विशेषज्ञों की नियुक्त का आरोप है। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री ने विशेषज्ञ होते हुए भी 18 लोगों की निजी तौर पर नियुक्ति की है।
मंत्री जैन ने 18 विशेषज्ञों की एक रचनात्मक टीम बनाई थी। जो कुछ माह तक ही चल सकी। इस टीम पर 60 लाख से अधिक की राशि वेतन आदि पर खर्च की गई। कुछ समय पहले उपराज्यपाल ने इसे भंग कर दिया था।
एमसीडी चुनावों से ठीक पहले सीबीआई ने दिल्ली के स्वास्थय मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में भी प्राथमिक जांच दर्ज कर ली थी। सत्येंद्र जैन पर हवाला काबोरियों के साथ सीधे संपर्क का भी आरोप है और वह जैन मनी लांड्रिंग में पाए गए थे।
कुछ समय पहले आयकर विभाग ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबियों से संबंधों के सबूत मिलने का दावा किया था। इससे पहले भी वह आयकर घोखाधड़ी के आरोपों में पहले ही जांच का सामना कर रहे थे।
आयकर विभाग के इन दस्तावेज़ों में हवाला कारोबारियों के सत्येंद्र जैन से सीधे संपर्क का दावा किया गया था। इसमें कहा गया है कि हवाला कारोबारी फोन पर सीधे जैन से बात करते थे और उनके बीच कोड वर्ड में कुछ सौदे भी हुए। आप नेता सत्येंद्र जैन हवाला कारोबारियों के जरिये 17 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के मामले में भी आयकर जांच के घेरे में हैं। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच में जैन मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल पाए गए हैं। इस मामले की जांच अभी जारी है और विभाग इस बाबत उनसे तीन बार पूछताछ कर चुका है।