15 साल तक सत्ता में रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी पार्टी की हार को देखते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
‘लोगों के हित के लिए हम काम करते रहेंगे’
रमन सिंह ने कहा कि यह चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा गया था और अब इस हार के लिए अपनी जिम्मेदारी लेता हूं। लोगों के हित के लिए हम काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे अगले 5 साल विपक्ष की भूमिका सशक्त तरीके से निभाने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि जब जीत का श्रेय मुझे मिलता है तो हार की जिम्मेदारी भी मैं लेता हूं।
‘प्रदेश में इतनी बड़ी हार कैसे मिली और कहां पार्टी से चूक हुई’
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ रमन ने कहा कि संगठन स्तर पर इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा कि पार्टी को प्रदेश में इतनी बड़ी हार कैसे मिली और कहां पार्टी से चूक हुई। वहीं, इस चुनाव का असर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर पड़ने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि यह राज्य का चुनाव था और अगले साल नेशनल स्तर का चुनाव होगा। इसमें स्थानीय मुद्दे होते हैं और लोकसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं।
रमन सिंह ने कहा कि पार्टी नेताओं के साथ इस संबंध में बैठक की जाएगी उसमें चर्चा की जाएगी कि आखिर ऐसा क्या हुआ और कहां कमी रह गई कि जनता ने विश्वास नहीं दिखाया।
दो चरणों में हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हुए थे। 12 और 20 नवंबर को छत्तीसगढ़ के लिए वोट डाले गए थे। इस समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह हैं और राज्य में बीजेपी की सरकार है। छत्तीसगढ़ में कुल 90 सीटें हैं।