एयरसेल-मैक्सिस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने बुधवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके पीछे पड़ा हुआ है, जबकि एफआईआर में उनका नाम तक नहीं है। उन्होंने कहा कि आरोपों का जवाब वो कोर्ट में ही देंगे।
दरअसल, कांग्रेस नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की एक अदालत ने चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति की गिरफ्तारी पर लगाई रोक को 7 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी है।
इससे पहले, पटियाला हाउस कोर्ट ने 2 मई को कार्ति की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी पर 10 जुलाई तक रोक लगा दी थी। इस मामले में इसके बाद अदालत ने पांच जून को कार्ति के पिता पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी पर रोक को 10 जुलाई तक बढ़ा दिया था।
बुधवार को पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि एयरसेल-मैक्सिस मामले की एफआईआर में किसी अपराध का उल्लेख नहीं है, ना तो किसी सरकारी अधिकारी का नाम दर्ज है। फिर भी प्रवर्तन निदेशालय पीछे पड़ा है। हालांकि उन्होंने कहा कि आरोपों का जवाब वो कोर्ट में ही देंगे।
In the Aircel-Maxis case, there is no FIR mentioning a scheduled offence and no public servant has been named. ED is on a witch-hunt and the allegations will be answered in Court.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 11, 2018
गौरतलब है कि इस मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 13 जून को अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। हालांकि इस चार्जशीट में पी. चिदंबरम को आरोपी नहीं बनाया गया है, जिनसे हाल ही में आईएनएक्स मीडिया और एयरसेल मैक्सिस डील के बारे में सीबीआइ व ईडी ने पूछताछ की थी। हालांकि ईडी ने कुछ अन्य लोगों को बाद में आरोपी बनाने के लिए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने का संकेत दिया है।