मध्य प्रदेश में कांग्रेस के महासचिव दीपक बाबरिया ने कहा है कि सीएम कमलनाथ ने पार्टी के राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है। लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सीएम कमलनाथ ने ऐसी पेशकश की है। शनिवार को ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया।
मध्य प्रदेश से कांग्रेस को झटका
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कामयाबी के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी लेकिन इस चुनाव के नतीजे पिछली बार से भी खराब साबित हुए हैं। पार्टी के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने घर गुना से हार का मुंह देखना पड़ा है। मध्य प्रदेश से कांग्रेस सिर्फ एक सीट पाने में कामयाब रही, वह भी कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की है। कमलनाथ न सिर्फ राज्य के सीएम हैं बल्कि पार्टी के राज्य अध्यक्ष भी हैं। राज्य में इतनी बड़ी हार के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी तरफ से इस्तीफे की पेशकश की जा सकती है।
बड़े चेहरे हारे
2014 के लोकसभा चुनावों में जब देशभर में मोदी लहर थी तब भी कांग्रेस ने राज्य में दो सीटों पर विजय पाई थी। छिंदवाड़ा और गुना के दुर्ग कांग्रेस ने बचा लिए थे। इस बार ऐसा माना जा रहा था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पार्टी को फायदा होगा। लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट निकले। राज्य में सिर्फ एक सीट पार्टी बचा पाई। कांग्रेस के अभेद्य किले के रूप में मशहूर रहे गुना से भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार का सामना करना पड़ा। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भोपाल से बुरी तरह हार गए।