दरअसल, राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के इस हालत में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल का राज्यसभा पहुंचना मुश्किल हो गया है। इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि 10 करोड़ रुपये कांग्रेस के विधायकों को ऑफर दिए जा रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों का चुनाव है, जिसमें भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी उम्मीदवार हैं। भाजपा के पास दो सीट जीतने का जनमत है, लेकिन धनबल, बाहुलबल और सत्ताबल का एक घिनौना षडयंत्र गांधी की भूमि पर खेला जा रहा है।
सुरजेवाला ने कहा कि सत्ता की भूख ने सत्ता के हुक्मरानों को इस कदर अंधा कर दिया कि कांग्रेस के विधायकों को करोड़ों रुपये की रिश्वत और चुनाव की टिकट के साथ तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। धनबल, सत्ताबल, अधिकारियों और एजेंसियों का दुर्पयोग कर भाजपा के लोग कांग्रेस के विधायकों को भाजपा अध्यक्ष से मिलवाने और चुनाव का खर्चा उठवाने का प्रलोभन दे रहे हैं।
गौरतलब है कि गुजरात में कांग्रेस के कुल 57 विधायक थे, लेकिन अब छह विधायकों के पाले बदलने की वजह से संख्या घटकर 51 रह गई है। वहीं, दूसरी ओर अहमद पटेल को जीत के लिए 46 विधायकों का वोट चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस के कुल छह विधायक अब तक इस्तीफा दे चुके हैं। ये सभी विधायक शंकरसिंह वाघेला के करीबी बताए जा रहे हैंस जिनमें बलवंतसिंह छत्रसिंह राजपूत, पीआई पटेल, तेजस्वीबेन पटेल, तेजश्री पटेल और रामसिंह परमार का नाम शामिल हैं।