कांग्रेस ने बुधवार को चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए संज्ञान लेने की अपील की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि पीएम ने एक दिन पहले राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) रैली को संबोधित करके आचार संहिता का उल्लंघन किया है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि पीएम ने जो कुछ भी युवा वर्गों को कहा है वो आचार संहिता का उल्लंघन है। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री को इस तरह की बातें कहना शोभा नहीं देता। बता दें कि, पीएम ने रैली में सीएए को ‘ऐतिहासिक’ सुधार बताया था।
पुराने वादे को किया पूरा
इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री ने एनसीसी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को हुए ऐतिहासिक अन्याय को सही करने के लिए लाई है। साथ ही उन्होंने कहा था कि पड़ोसी देशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए यह कानून किए पुराने वादे को पूरा करता है जो नेहरू-लियाकत के बीच हुआ था।
'ईसी की निष्पक्षता पर सवाल'
पृथ्वीराज चव्हाण ने चुनाव पैनल की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल हैं।
प्रधान मंत्री के भाषण पर सवाल
ईडी द्वारा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा नेता प्रवेश वर्मा को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाए जाने को लेकर भाजपा को दिए आदेश पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि भाजपा जो कुछ भी करती है उस पर चुनाव पैनल को संज्ञान लेना चाहिए। लेकिन हम प्रधान मंत्री द्वारा एनसीसी रैली में बोले गए भाषण का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि वो इस पर संज्ञान ले। आगे कहा, “सिर्फ इसलिए कि वह प्रधान मंत्री हैं, उन्हें नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। वह चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों का उल्लंघन नहीं कर सकते।”