एक ओर जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 30 जून आधी रात को जीएसटी लागू होने से पहले कहा था कि जीएसटी में बहुत संभावनाएं हैं, लेकिन अपना प्रचार करने के लिए इसे आधे-अधूरे स्वरूप में जल्दबाजी में लागू किया जा रहा है। नोटबंदी की तरह ही जीएसटी को एक अक्षम और असंवेदनशील सरकार द्वारा संस्थागत तैयारी के बगैर लागू किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए भी जीएसटी पर हमला बोला है।
कांग्रेस ने ट्विट कर कहा, ‘‘पहले नोटबंदी के दौरान देश के लोगों ने और व्यापारियों ने नोटों की मार सही थी, वहीं अब अब GST लागू होने के बाद इसके वार से छोटे व्यापारियों और लोगों में हाहाकार मच जाएगा।
पहले नोटों की मार अब GST का वार, छोटे व्यापारियों में हाहाकार#Suitbootkisarkar #GSTTamasha pic.twitter.com/320rHYPnwE
— INC India (@INCIndia) 30 June 2017
जीएसटी लागू होने से पहले उपाध्यक्ष ने कहा था कि भारत में ऐसे जीएसटी को लाए जाने की जरूरत है जो करोड़ों नागरिकों, छोटे व्यवसायियों और कारोबारियों को इतनी चिंता में नहीं डालें।
गौरतलब है कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, बहुजन समाज पार्टी और वामपंथी दलों ने संसद में 30 जून आधी रात को जीएसटी के विशेष कार्यक्रम में भाग न लेने का ऐलान किया था। वहीं, एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी इस विशेष कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था।