दरअसल, राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से मांग की कि दिव्यांगों के इस्तेमाल के सामानों को करमुक्त किया जाना चाहिए। राहुल गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा कि विकलांगों का सहारा व्हीलचेयर तथा ब्रेल टाइपराइटर पर जीएसटी लगाने के फैसले से एक बार फिर साबित हो गया है कि यह सरकार समाज के सबसे कमजोर तबके के प्रति बेहद असंवेदनशील है।
GST on disability aids like wheelchairs & Braille typewriters, once again shows this Govt's complete insensitivity twds our most vulnerable https://t.co/5b8go5hbgJ
— Office of RG (@OfficeOfRG) 3 July 2017
इतना ही नहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट में विकलांगों की सहायता के लिए उपयोग में लाए जाने वाले सभी सामान पर GST तत्काल प्रभाव से खत्म करने की मांग करते हुए कहा इस फैसले से लाखों दिव्यांगों को और अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा इसलिए कांगेस पार्टी इस ‘विकलांग कर’ को पूरी तरह से वापस लेने की मांग करती है।
Congress Party demands a full roll back of this 'disability tax' that will put millions of our disabled people through further hardship
— Office of RG (@OfficeOfRG) 3 July 2017
गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल ने नेत्रहीन लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ब्रेल टाइपराइटर तथा ब्रेल कागज पर 12% जीएसटी लगाने का फैसला किया है। वहीं, सुनने वाले उपकरण ‘हेयरिंग एड’ पर भी 12% जीएसटी तय किया गया है जबकि व्हील चेयर आदि सामान पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का निर्णय किया है।