कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के गवर्नर उर्जित पटेल के बयान पर हैरानी जताई है। कांग्रेस ने कहा कि 'आर्थिक कुप्रबंधन' के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को जवाब देना चाहिए।
भारतीय अर्थव्यवस्था की यह हालत क्यों हुई?
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'मैं आरबीआइ के गवर्नर के बयान से हैरान हूं। रुपया एशिया में सबसे ज्यादा गिरावट वाली मुद्रा है। भारतीय अर्थव्यवस्था की यह हालत क्यों हुई? क्या इसलिए हुई क्योंकि 12 लाख करोड़ रुपये का एनपीए है? क्या इसलिए हुई कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं?'
'प्रधानमंत्री और फुल टाइम ब्लॉगर, पार्ट टाइम वित्त मंत्री अरुण जेटली जवाब दें’
सुरजेवाला ने कहा, 'यह संकट है। यह अनियंत्रित है और इस पर कोई निगरानी नहीं है। उद्योग जगत में संकट है, कृषि क्षेत्र में संकट है। नौकरियां जा रही हैं। आर्थिक कुप्रबंधन आज की सरकार की व्यवस्था बन गया है।' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री और फुल टाइम ब्लॉगर और पार्ट टाइम वित्त मंत्री अरुण जेटली जवाब दें कि रुपये की कीमत गिरने का सिलसिला कब रुकेगा?'
‘अन्य उभरते बाजारों की तुलना में रुपये की स्थिति बेहतर’
रुपये की विनिमय दर में लगातार गिरावट के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा है कि अन्य उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं की तुलना में रुपये की स्थिति बेहतर है। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया कारोबार के दौरान टूटकर पहली बार 74 रूपये प्रति डॉलर के स्तर से भी नीचे आ गया।
पटेल ने कहा कि रुपये की विनिमय दर बाजार की ताकतों से तय होती है और रिजर्व बैंक ने विनिमय दर का कोई दायरा नहीं तय कर रखा है। उल्लेखनीय है कि इस साल जनवरी से रुपया 17 फीसदी टूट चुका है।