कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को सीबीआई ने गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। कार्ति को आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने कोर्ट से 14 दिनों तक उनकी रिमांड बढ़ाने की मांग की। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें छह मार्च तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया। सुनवाई के समय कार्ति की मां नलिनी चिदंबरम (जो खुद एक वकील हैं) कोर्ट में उनके साथ बैठी थीं। वहीं, वरिष्ठ एडवोकेट अभिषेक मनुसिंघवी कार्ति की तरफ से दलील देते रहे। हालांकि कार्ति ने खुद को इस मामले में बेकसूर साबित होने का दावा किया है।
कार्ति को बुधवार को चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि 2007 में कार्ति ने पिता पी. चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान आईएनएक्स मीडिया को विदेश से 305 करोड़ रुपये की रकम दिलाने के लिए विदेशी निवेश से जुड़े एफआईपीबी (फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड) की मंजूरी दिलाई थी।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक तू-तू, मैं-मैं का दौर शुरू हो गया। कांग्रेस ने भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार पर “राजनीतिक बदले” से काम करने और बैंकिंग एवं अन्य घोटालों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। उधर, भाजपा का कहना है कि सरकार का इसमें कोई हाथ नहीं है और कानून अपना काम कर रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह भ्रष्टाचार, घोटालों, कुशासन और कुप्रशासन को छिपाने का हथकंडा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पी. चिदंबरम या उनके परिवार के खिलाफ साजिश से डरेगी नहीं।