सरकार कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर हर तरह के एहतियातन कदम उठा रही है। लगभग एक महीने से सरकार के सभी मंत्री सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए घर से काम कर रहें हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर सरकार के शीर्ष मंत्री अपने घर से कैसे काम कर रहे हैं। आइए आपको कुछ मंत्रियों के घर से हो रहे काम-काज से रूबरू कराते हैं।
बता दें, मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार तक भारत में 114 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हो चुकी है जबकि अबतक 4,400 से ज्यादा मामले कोरोना वायरस के आ चुके हैं। 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन की वजह से करीब देश की पूरी आबादी घर में कैद है। इस दौरान सिर्फ जरूरी चीजों की आपूर्ती की जा रही है।
अमित शाह, गृह मंत्री
सरकार में नंबर दो और केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री के सबसे भरोसेमंद व्यक्ति माने जाने वाले अमित शाह की कोर टीम में करीब 40 से 42 अधिकारी होते हैं। लेकिन कोविड-19को लेकर इसकी संख्या कम कर दी गई है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और गृह सचिव अजय भल्ला के मुताबिक गृह मंत्री के साथ अन्य अधिकारियों की बातचीत फोन के जरिए होता है। अमित शाह के कृष्ण मेनन मार्ग निवास जो पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का घर था, इसे अस्थायी कार्यालय के रूप में बदल दिया गया है। संबंधित विभागों से सभी अपडेट इस कार्यालय को भेजे जाते हैं। फिलहाल, कोर टीम में एक चौथाई कर्मचारी ही काम पर हैं।
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री और कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह की अध्यक्षता कर रहे राजनाथ सिंह भी इन दिनों घर से ही काम कर रहे हैं। उनके एक सहयोगी के मुताबिक वो साउथ ब्लॉक जा सकते हैं। लेकिन इससे वो हर दिन कम से कम एक दर्जन लोगों के संपर्क में आएंगे। इसलिए वो जूम वीडियो के माध्यम से अपने कार्यों का निपटारा कर रहे हैं। वहीं, अधिकारियों से वो वीडियो ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से जुड़ते है। मंगलवार को मंत्रियों के समूह की बैठक की तो उन्होंने अपने कर्मचारियों को एक बड़े कमरे का उपयोग करने का निर्देश दिया ताकि प्रत्येक कुर्सी को एक मीटर की सुरक्षित दूरी पर रखा जा सके।
प्रकाश जावड़ेकर, एमएचआरडी मंत्री
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर लॉकडाउन होने के बाद व्यस्त मंत्रियों में से एक हैं। कोविड-19 के फैल रहे प्रकोप रहे के बाद अधिकांश मंत्रिस्तरीय कार्य व बैठक जावड़ेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे हैं।
रामविलास पासवान, खाद्य मंत्री
जब 133 करोड़ की आबादी वाला देश लॉकडाउन है। वैसे में स्वास्थ्य के खाद्य व्यवस्था सबसे महत्वपूर्ण हो जाती है। रामविलास पासवान उपभोक्ता मामलों के भी प्रमुख है। ऐसे समय में चावल, गेहूं, दालों जैसी आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। इस दौरान पासवान घर के माध्यम से पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहे हैं। वह नियमित रूप से अपने मंत्रालय का दौरा कर रहे हैं। मंत्रियों के समुह की बैठक में भाग ले रहे हैं।
नरेंद्र तोमर, कृषि मंत्री
भारत की करीब 70 प्रतिशत आबादी मुख्य रूप से अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। इस लिहाज से कृषि मंत्री के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर की भूमिका इस परिस्थिति में बेहद महत्वपूर्ण है। तोमर लॉकडाउन में भी अपने मंत्रालय नियमितक तौर से जा रहे हैं।